Bihar Parvarish Yojana को बिहार सरकार ने समाज कल्याण के माध्यम से अनाथ एवं बेसहारा बच्चों की सहायता करने के लिए इस योजना की शुरुआत की है । Bihar Parvarish Yojana के माध्यम से बिहार में जो बच्चे अनाथ और निराश्रित हैं उन बच्चों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए उनकी सहायता की जाएगी।
Bihar Parvarish Yojana (2024) क्या है?
बिहार के सरकार ने समाज के कल्याण अथवा बिहार के अनाथ एवं निराश्रित बच्चों के लिए एक योजना की शुरुआत की है। जिसका नाम Bihar Parvarish Yojana है । इस योजना के तहत बिहार के वह मासूम बच्चे जिनके माता-पिता की किसी बीमारी के कारण मृत्यु हो गई है तथा वह बच्चे जिनके माता-पिता करावस में बंद है या जो बच्चे बेसहारा या निराश्रित है उन बच्चों को हर माह ₹1000 की धनराशि प्रदान की जाएगी ।
इसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति में सुधारी जा सके। यह आर्थिक सहायता की धनराशि उन अनाथ बच्चों के अभिभावक को दी जाएगी जो उन अनाथ और बेसरा बच्चों की देखभाल करते हैं । Bihar Parvarish Yojana की आर्थिक सहायता तब तक की जाएगी जब तक की बच्चों की आयु 18 वर्ष की नहीं हो जाती।
18 वर्ष की आयु के पश्चात यह सहायता उन्हें प्रदान नहीं की जाएगी । जो अभिभावक इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें इस योजना का आवेदन ऑफ़लाइन करनी होगी।
Bihar Parvarish Yojana : के लाभ एवं विशेषताएं
बिहार सरकार के द्वारा अनाथ एवं बेसहारा बच्चों के विकास के लिए बिहार परवरिश योजना की शुरुआत की गई है । इस योजना के अंतर्गत सरकार उन क्षेत्रों के सभी बच्चों को इसका लाभ देगी जो बच्चे अनाथ एवं बेसहारा है। तथा जिनके माता-पिता मानसिक रोग से ग्रसित है और वह उनके बच्चों की देखभाल अच्छी तरह से नहीं कर सकते या जिन बच्चों के माता-पिता करावस में है।
Bihar Parvarish Yojana के माध्यम से उन बच्चों को सरकार ₹1000 की धनराशि हर महीने देगी जिनकी आयु 0-18 वर्ष तक की हो । इस Bihar Parvarish Yojana कि यह राशि राज्य सरकार द्वारा उन बच्चों के अभिभावक के साथ खोले गए खाते में भेजा जाएगा ।Bihar Parvarish Yojana का लाभ बिहार के सभी अनाथ और बेसहारा बच्चों को मिलेगा । यदि आप भी बिहार के नागरिक हैं तथा आप भी योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो ऑफलाइन आवेदन करके इसका लाभ उठा सकते हैं।
Bihar Parvarish Yojana का उद्देश्य
बिहार सरकार ने इस योजना की शुरुआत बिहार के उन अनाथ बच्चों के लिए किया है । जिनके माता-पिता की मृत्यु हो गई हो और जो बच्चे HIV या कुष्ठ रोग तथा किसी भी अन्य रोग से पीड़ित है । वह बच्चे जिनके माता-पिता मानसिक रोग से पीड़ित है तथा उन बच्चों का पालन पोषण नहीं कर सकते। इन बच्चों की सहायता करने के लिए ही बिहार सरकार ने Bihar Parvarish Yojana की शुरुआत की है। बिहार के अनाथ एवं बेसहारा बच्चों का बेहतरीन पालन पोषण करना तथा उन बच्चों को सुरक्षा प्रदान करना ही बिहार सरकार का उद्देश्य है।
Bihar Parvarish Yojana की योग्यता एवं पात्रता
- बिहार के वह सभी बच्चे जो अनाथ एवं बेसहारा है वह इस योजना के पात्र हैं ।
- जिन बच्चों के माता-पिता मानसिक रोग या किसी अन्य रोग से ग्रसित है और उन बच्चों की देखभाल नहीं कर सकते वह इस योजना के पात्र हैं।
- 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को इस योजना का पात्र माना जाएगा।
- वह बच्चे जो अपने नजदीकी रिश्तेदारों के साथ रहते हैं ।
- Bihar Parvarish Yojana का लाभ लेने के लिए बिहार का नागरिक होना आवश्यक है ।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए पालन पोषण करने वाले अभिभावक की आय 60000 से कम होनी चाहिए।
दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाते का पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
विवरण
योजना का नाम | Bihar Parvarish Yojana |
उद्देश्य | बिहार के अनाथ और बेसहारा बच्चों की सुरक्षा |
शुरू किया गया | बिहार सरकार के द्वारा |
सहायता धनराशि | ₹1000 हर माह |
राज्य | बिहार |
विभाग | समाज कल्याण विभाग |
आवेदन | Offline |
आवेदन कैसे करें
यदि आप इस योजना का लाभ उठाने के लिए इसका आवेदन करना चाहते हैं ।तो सर्वप्रथम आप अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र पर जाकर वहां की सेविका से आवेदन फॉर्म लेकर उसमें पूछे गए प्रश्नों को अच्छी तरह से भरे। इसके पश्चात अपने सभी दस्तावेजों को उसमें जोड़कर वापस उसे आंगनबाड़ी केंद्र में जमा कर दें । यदि आप आवेदन करते हैं तो आपको इस योजना का लाभ अवश्य दिया जाएगा।
FAQ-
Q : Bihar Parvarish Yojana क्या है?
Ans- बिहार सरकार समाज कल्याण विभाग के माध्यम से अनाथ बच्चों को प्रति माह ₹1000 की धनराशि देगी।
Q : Bihar Parvarish Yojana के माध्यम से मिलने वाली सहायता धन राशि कितनी है ?
Ans- ₹1000
Q : Bihar Parvarish Yojana के पात्र कौन है?
Ans- बिहार के अनाथ और निराश्रित बच्चे।
Q : बिहार परवरिश योजना का आवेदन कैसे करें?
Ans- Offline
Q : बिहार परवरिश योजना किसके द्वारा शुरू किया गया?
Ans- बिहार सरकार के द्वारा